मौलाना पर जानलेवा हमला करने वालों के विरुद्ध पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज

मौलाना पर जानलेवा हमला करने वालों के विरुद्ध पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज,
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■ सलमान अली
दूरभाष:9358627823
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_सहारनपुर【उप्र】 बीते दिनो मुफ्ती सदाकत अली की पिटाई और उन पर हुए जान लेवा हमले के विरोध मे सोशल मीडिया पर चले हंगामे और बसपा से लोकसभा प्रत्याशी रहे माजिद अली के मैदान में आकर पुलिस प्रशासन से गुंडा तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने की मॉग और कार्यवाही व गिरफ्तारी ना होने की स्थिति में धरने प्रदर्शन की बात कहने पर जंहॉ स्थानीय पुलिस प्रशासन तुरंत हरकत में आया वंही समाजवादी पार्टी के नेता भी अपने खिसकते वोटबैंक को देखते हुए सक्रिय हो उठे और सूत्रों के मुताबिक पूर्व सांसद हाजी फजलुर्रहमान, सहारनपुर देहात से विधायक आशु मलिक, बेहट से विधायक उमर अली खान ने पुलिस अफसरो से बातचीत कर हमलावरों के विरुद्ध मुकदमा लिखने की बातचीत करने के बाद जमीयत उलमाए हिन्द के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ पीड़ित मुफ्ती सदाकत अली को थाना सदर भेजा, जहां तहरीर लेकर पुलिस ने नाम जद मुकदमा दर्ज कर लिया औ यहां मजेदार बात यह है कि सॉसद इमरान मसूद ने इस पूरे प्रकरण से बड़ी सफाई के साथ या फिर बाबा योगी आदित्यनाथ के खौफ के चलते खुद को अलग कर लिया और इस प्रकरण से संबंधित बातचीत करने वाले लोगों के फोन तक नहीं उठाए और ना ही उनके परिवार का कोई सदस्य पुलिस प्रशासन के अफसरो या पीड़ित से मिला। शहर के लोगों का यह भी कहना है कि कयादत जब से सांसद बनकर मजबूत हुई,तो वो और ज्यादा कमजोर हो गई है तथा सांसद इमरान मसूद योगी हुकूमत से इतने डरे हुए हैं कि वो किसी भी मुद्दे पर खुलकर नहीं बोलते बल्कि गोल-मोल बातें करके ही इति श्री कर लेते हैं_
■ _मामूली बात को लेकर पढ़े-लिखे कारोबारी लोगों ने जिस तरीके से मौलाना पर हमला कर यह कहा, कि यह पीछे एक आदमी को मार कर आया है और धर्म विशेष को लेकर गलत बयान बाजी करके शहर के अमन चैन को बिगाड़ने का दुस्साहस किया,तो यह अपने आप में घोर निन्दनीय है। यह तो खुद इन मौलाना सदाकत अली,इनके समर्थकों, शहर की अमनपसंद जनता और पुलिस प्रशासन की सूझबूझ का परिणाम है कि इन्होंने शहर का माहौल नहीं बिगड़ने दिया। मगर यह अफसोस की बात है,कि सहारनपुर जैसे अमनपसंद जिले में भी मौलाना और मुसलमान उस स्थिति में सुरक्षित नहीं, कि जब सहारनपुर का मौजूदा और और पूर्व सांसद खुद मुसलमान हो, यही नहीं सपा के दो विधायक और एक विधान परिषद सदस्य मौजूद है। जब सोशल मीडिया पर नौजवानों ने अपनी बात रखी और कहा कि अगर मौलाना की कार से कोई हल्की-फुल्की टक्कर हो भी गई थी, तो कानून का सहारा लेते हुए आगे की कार्रवाई होनी चाहिए थी, ना कि सीधे कानून हाथ में लेकर मौलाना के ऊपर शहर के इन कारोबरियों ने संगठित होकर जानलेवा हमला बोल दिया। खैर बसपा से लोकसभा प्रत्याशी रहे माजिद अली की पुलिस प्रशासन से अपील सपा नेताओं का आगे आकर पीड़ित को न्याय दिलाते हुए हमलावरों के विरुद्ध मुकदमे दर्ज करवाने के लिए धन्यवाद और सांसद इमरान मसूद की चुप्पी की घोर निंदा शहर की जनता कर रही है। और हम भी शहर के तमाम लोगों से यही अपील करेंगे कि पुलिस प्रशासन निष्पक्ष रूप से अपना काम कर रहा है इसलिए कोई भी व्यक्ति ना तो कोई अफवाह फैलाए और ना ही किसी तरह की शांति व्यवस्था भंग करने का दुस्साहस करें_