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सोनप्रयाग में भूस्खलन के मलबे में दबने से 5 तीर्थयात्री की मौत, 3 घायल

पुलिस, प्रशासन व एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीमों ने मलबे से निकाला लोगों को

पुलिस, प्रशासन व एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीमों ने मलबे से निकाला लोगों को
खराब मौसम व लगातार मलबा आने से रेस्क्यू टीमों को हुई परेशानी
मंगलवार सुबह रेस्क्यू अभियान चलाकर सभी मृतकों के शव किए गए बरामद
रुद्रप्रयाग। सोमवार देर शाम केदारनाथ राजमार्ग के सोनप्रयाग से लगभग एक किमी दूर गौरीकुंड की तरफ भूस्खलन हो गया था। गौरीकुंड से सोनप्रयाग की ओर आ रहे अनेक यात्री मलबे के नीचे दब गए। लैंडस्लाइड और इसके नीचे अनेक यात्रियों के दबने की खबर से हड़कंप मच गया।
सूचना मिलने पर पुलिस, प्रशासन, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें तत्काल घटनास्थल पर पहुंचीं। टीमों ने संयुक्त रेस्क्यू अभियान चलाया। रेस्क्यू के दौरान सोमवार देर रात्रि को इस स्थान से 3 व्यक्ति घायल अवस्था में निकाले गये थे। एक व्यक्ति अचेत अवस्था में मिला था। इस व्यक्ति को डॉक्टरों ने मृत घोषित किया।
यहां पर रात के समय खराब मौसम और लगातार मलबा-पत्थर गिरने के कारण रेस्क्यू टीमों को राहत और बचाव कार्य करने में दिक्कतें आयी। खतरे को देखते हुए रेस्क्यू कार्य रोकना पड़ा था। दरअसल जनपद पुलिस के स्तर से यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिगत इस मार्ग पर सुरक्षा के दृष्टिगत शाम 06ः30 बजे के बाद आवाजाही बिल्कुल बन्द कर दी गयी थी। जो लोग इस समयावधि से पहले गौरीकुंड से सोनप्रयाग की ओर चले गये थे, उन लोगों के साथ यह हादसा हुआ।
मंगलवार सुबह मौसम अनुकूल होने और यहां पर मलबा-पत्थर गिरना बन्द होने पर रेस्क्यू टीमों ने रेस्क्यू कार्य प्रारम्भ किया। रेस्क्यू टीमों को इस स्थल पर 3 व्यक्ति (2 महिला व 1 पुरुष) अचेत अवस्था में मिले। जिनको डॉक्टरों ने मृत घोषित किया गया है। लगातार चले रेस्क्यू अभियान के दौरान कुछ देर बाद रेस्क्यू टीमों को एक और महिला अचेत अवस्था में मिली, जिनको डॉक्टरों ने मृत घोषित किया गया है। इस तरह गौरीकुंड लैंडस्लाइड हादसे में मृतकों की संख्या 5 हो गयी है। मलबे की चपेट में आने से 3 लोग घायल भी हैं।

मृतकों के नाम
गोपाल पुत्र भक्तराम निवासी जीजोड़ा पोस्ट राजोद जिला धार मध्य प्रदेश (उम्र 50 वर्ष)
दुर्गाबाई खापर पत्नी संघन लाल निवासी नेपावाली, जिला घाट, मध्य प्रदेश (उम्र 50 वर्ष)
तितली देवी पत्नी राजेंद्र मंडल निवासी ग्राम वैदेही जिला धनवा नेपाल (उम्र 70 वर्ष)
भारत भाई निरालाल पुत्र निरालाल पटेल निवासी ए 301 सरदार पैलेस करवाल नगर खटोदरा सूरत गुजरात (उम्र 52 वर्ष)
समनबाई पत्नी शालक राम निवासी झिझोरा जिला धार मध्य प्रदेश (उम्र 50 वर्ष)

हादसे में घायलों के नाम
जीवच तिवारी पुत्र रामचरित निवासी धनवा नेपाल (उम्र 60 वर्ष)
मनप्रीत सिंह पुत्र कश्मीर सिंह निवासी वेस्ट बंगाल (उम्र 30 वर्ष)
छगनलाल पुत्र भक्त राम निवासी राजोत जिला धार मध्य प्रदेश (उम्र 45 वर्ष)


भारी बारिश के बाद आई आठ से अधिक घरों में दरारें
चमोली। जिले के कर्णप्रयाग में सोमवार रात की भारी बारिश से ब्लॉक के बनसोली गांव में आठ से अधिक घरों में दरारें आ गई। कई घरों के आंगन भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। ग्रामीण कैलाश ने बताया कि भारी बरसात के कारण  गिरीश चन्द्र खंडूड़ी के मकान के आगे का पुस्ता टूट गया। जिससे मकान पर जगह जगह दरारें आने से खतरा बना है।वहीं भगवती प्रसाद खंडूरी के मकान के आगे का चौक भी क्षतिग्रस्त हो गया। नरेंद्र खंडूड़ी का मकान के आगे का पुस्ता भी टूट गया है। वहीं दिनेश खंडूड़ी और अरूण खंडूड़ी के आंगन धंस गए। ऐसे में अब ग्रामीणों में डर का माहोल बना है।  ग्रामीण रात को अन्य जगह रहने को मजबूर है। बताया कि सूचना सम्बंधित पटवारी को दे दी गई है। ग्रामीणों ने अन्य जगह विस्थापन की मांग की है।

दून समेत 12 जिलों में मूसलाधार बारिश का अलर्ट

देहरादून। उत्तराखंड में मौसम लगातार करवट बदल रहा है। कभी धूप खिलने से उमस बढ़ रही है तो अचानक मौसम बदलने से भारी बारिश का दौर भी शुरू हो रहा है। इस बीच मौसम विभाग द्वारा एक बार फिर से उत्तराखंड के चार जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने इसे लेकर यलो अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा एसडीआरएफ और प्रशासन को भी मुस्तैद रहने की सलाह जारी की गई है।
मौसम विभाग ने आज उत्तराखंड के चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी और हरिद्वार जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा देहरादून और नैनीताल जनपदों में आकाशीय बिजली चमकने की चेतावनी दी गई है। बताया गया है कि देहरादून और नैनीताल में गरज के साथ भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा बागेश्वर, पौड़ी, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, चंपावत और उधम सिंह नगर में बिजली चमकने और गरज के साथ भारी बारिश का अंदेशा जताया गया है। मौसम विभाग ने बकायदा येलो अलर्ट जारी कर लोगों को भी सतर्क रहने की सलाह दी है। आपको बता दें कि उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बारिश से बुरा हाल है। बीते दिन रुद्रप्रयाग जिले में सोनप्रयाग के पास भूस्खलन हो गया। इसके मलबे में दबने से पांच लोगों की मौत हो गई। उत्तरकाशी जिले में भी वरुणावत पर्वत से लगातार भूस्खलन हो रहा है। चमोली और बागेश्वर जिलों में भी कई सड़कें अवरुद्ध बताई जा रही हैं। ऐसे में एक बार फिर से मौसम विभाग ने सभी को सतर्क रहने की अपील की है।

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