देहरादून के कैंट थाना क्षेत्र में एक नाबालिग बच्ची के साथ एक दर्ज़ी (टेलर) द्वारा बलात्कार की हृदयविदारक घटना सामने आई , पीड़िता और आरोपी दोनों एक ही समुदाय से होने के कारण — न इस पर सोशल मीडिया में शोर उठा, न ही तथाकथित राष्ट्रवादी राजनीति को कोई पीड़ा हुई।

ब्रेकिंग। देहरादून में दर्जी ने किशोरी से किया दुष्कर्म।
देहरादून के कैंट थानाक्षेत्र से एक बड़ी खबर आ रही है जहां एक नाबालिग किशोरी से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। आपको बता दें कि परिजनों ने आरोप लगाया है कि टेलर ने 13 मई को दोपहर में दुकान में कपड़े सिलवाने गई बच्ची को कमरे में बंद करके उसके साथ दुष्कर्म किया गया है और इसका वीडियो भी बनाया गया है। पुलिस ने मुकदमा दर्जन कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक नाबालिग कपड़े सिलवाने के लिए टेलर की दुकान पर गई थी। टेलर ने उसे बहला-फुसलाकर दुकान के अंदर बुला लिया। बाद में दुकान का शटर बंद कर लिया। इस दौरान आरोपी टेलर ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया और उसका वीडियो भी बनाया। बृहस्पतिवार को पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक अरोपी टेलर का नाम तविंदर सिंह (51) निवासी नया गांव हैं।
पीड़िता और आरोपी दोनों एक ही समुदाय से होने के कारण — न इस पर सोशल मीडिया में शोर उठा, न ही तथाकथित राष्ट्रवादी राजनीति को कोई पीड़ा हुई।
यही तो इस समाज की सबसे बड़ी बीमारी बन चुकी है: अपराध पर प्रतिक्रिया, पीड़ित और आरोपी की पहचान देखकर तय होती है।
नैनीताल का मामला क्यों ‘ट्रेंड’ किया और देहरादून का मामला क्यों दब गया?
नैनीताल में आरोपी किसी दूसरे समुदाय से था तो पूरा सोशल मीडिया उबल पड़ा।बयानबाज़ियाँ हुईं, धरने हुए, पुलिस प्रशासन पर दबाव बना।लेकिन देहरादून में बच्ची व आरोपी एक ही समुदाय है तो सब चुप। क्या बलात्कार की क्रूरता आरोपी की जाति या मज़हब से कम या ज़्यादा हो जाती है?
क्या पीड़िता का दर्द सोशल मीडिया के ट्रेंड और टीवी चैनलों की प्राथमिकता से तय होगा?
समाज की सामूहिक संवेदनहीनता अगर पीड़िता की जाति या धर्म हमारे गुस्से का कारण तय करने लगी है,और हम किसी घटना पर इसलिए चुप हैं कि इस बार आरोपी अपने ही समुदाय का है तो हम अपराधियों से ज़्यादा दोषी हैं।
हरिद्वार मे भी 04 वर्षीय बच्ची का अपहरण कर हत्या करने के मामले मे सूरज नाम का व्यक्ति वांछित है,,
राज्य में महिला अपराध बढ़ते जा रहे l क़ानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी l देहरादून जैसी जगह पर ज़हाँ पूरी सरकार रहती है ,वहाँ आये दिन महिला अपराध की घटना घटती रहती है l ये धामी सरकार के लिए शर्मनाक है l